किशोरों के स्वास्थ्य में भारतीय पारंपरिक आयुर्वेद या घरेलू उपायों की भूमिका

किशोरों के स्वास्थ्य में भारतीय पारंपरिक आयुर्वेद या घरेलू उपायों की भूमिका

परिचय: किशोर स्वास्थ्य और उसकी चुनौतियाँभारतीय समाज में किशोरों का स्वास्थ्य बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यही उम्र उनके शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास की नींव रखती है। किशोरावस्था (10-19 वर्ष)…
पोषण और आहार: किशोरों की संतुलित दिनचर्या में पौष्टिक भोजन की भूमिका

पोषण और आहार: किशोरों की संतुलित दिनचर्या में पौष्टिक भोजन की भूमिका

1. किशोरावस्था में पोषण का महत्वकिशोरावस्था, यानी टीनएज का समय, बच्चों के जीवन का एक महत्वपूर्ण चरण होता है। इस दौरान शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से तेजी से बदलाव…
किशोरों के लिए आदर्श नींद पैटर्न: उम्र के अनुसार् आवश्यकताएँ और सुझाव

किशोरों के लिए आदर्श नींद पैटर्न: उम्र के अनुसार् आवश्यकताएँ और सुझाव

1. किशोरों के लिए नींद की महत्ताकिशोरावस्था में नींद का महत्वकिशोरावस्था (13 से 19 वर्ष) जीवन का एक महत्वपूर्ण चरण है जिसमें शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास तीव्र गति से…
किशोरों में संतुलित दिनचर्या का महत्व: शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास

किशोरों में संतुलित दिनचर्या का महत्व: शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास

संतुलित दिनचर्या का अर्थ और आवश्यकताकिशोरावस्था जीवन का वह चरण है जब बच्चे शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से तेज़ी से बढ़ते हैं। ऐसे समय में संतुलित दिनचर्या यानी बैलेंस्ड…