मौसमी दिनचर्या (ऋतुचर्या) और त्रिदोष संतुलन का विज्ञान

मौसमी दिनचर्या (ऋतुचर्या) और त्रिदोष संतुलन का विज्ञान

ऋतुचर्या का परिचय: पारंपरिक भारतीय स्वास्थ्य अवधारणाभारतीय आयुर्वेद में ऋतुचर्या का विशेष स्थान है। "ऋतु" का अर्थ है मौसम या सीजन और "चर्या" का मतलब है आचरण या दिनचर्या। यानी…
वात दोष असंतुलन के कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक उपचार

वात दोष असंतुलन के कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक उपचार

1. वात दोष क्या है?आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में वात दोष को तीन मुख्य दोषों (त्रिदोष) में से एक माना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, शरीर का संतुलन इन तीन दोषों…
त्रिदोष संतुलन के लिए आयुर्वेदिक आहार सम्बन्धी सिफारिशें

त्रिदोष संतुलन के लिए आयुर्वेदिक आहार सम्बन्धी सिफारिशें

1. आयुर्वेद में त्रिदोष (वात, पित्त, कफ) का महत्वभारतीय सांस्कृतिक और वैदिक परंपरा में त्रिदोष का अर्थआयुर्वेद भारतीय जीवनशैली और चिकित्सा की प्राचीन पद्धति है। इसमें त्रिदोष का सिद्धांत बहुत…
आयुर्वेद के दृष्टिकोण से वात, पित्त, कफ का परिचय और उनका महत्त्व

आयुर्वेद के दृष्टिकोण से वात, पित्त, कफ का परिचय और उनका महत्त्व

1. आयुर्वेद का मूल सिद्धांत: त्रिदोष का महत्वभारतीय संस्कृति में आयुर्वेद को जीवन का विज्ञान माना जाता है। यह केवल उपचार पद्धति नहीं, बल्कि सम्पूर्ण जीवनशैली है। आयुर्वेद के अनुसार,…