ग्रीष्म ऋतु में जल संतुलन और पाचन सुधारने के उपाय

ग्रीष्म ऋतु में जल संतुलन और पाचन सुधारने के उपाय

1. ग्रीष्म ऋतु का महत्त्व और शरीर पर प्रभावभारत में ग्रीष्म ऋतु (गर्मी का मौसम) मार्च से जून तक रहती है। इस दौरान तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे भी…
सर्दियों में जठराग्नि मजबूत करने के लिए पारंपरिक उपाय

सर्दियों में जठराग्नि मजबूत करने के लिए पारंपरिक उपाय

1. सर्दियों में जठराग्नि का महत्त्वभारत में सर्दियों के मौसम में पाचन शक्ति यानी जठराग्नि कमजोर हो सकती है। ठंड के कारण शरीर की ऊर्जा का एक बड़ा हिस्सा खुद…
ग्रीष्म ऋतु में मानसिक शांति बनाए रखने की आयुर्वेदिक रणनीति

ग्रीष्म ऋतु में मानसिक शांति बनाए रखने की आयुर्वेदिक रणनीति

1. ग्रीष्म ऋतु में मन की देखभाल का आयुर्वेदिक महत्वभारतीय संस्कृति में आयुर्वेद को जीवन का विज्ञान कहा गया है, जिसमें शरीर और मन दोनों की देखभाल पर ज़ोर दिया…
सर्दियों में स्वास्थ्य की देखभाल: ऋतुचर्या के आयुर्वेदिक उपाय

सर्दियों में स्वास्थ्य की देखभाल: ऋतुचर्या के आयुर्वेदिक उपाय

1. सर्दियों में शरीर का संतुलन: दोषों का महत्त्वआयुर्वेद में दोष क्या हैं?आयुर्वेदिक चिकित्सा में, हमारे शरीर में तीन मुख्य दोष होते हैं – वाता, पित्त और कफ। ये दोष…
गर्मियों में आयुर्वेदिक जीवनशैली: क्या करें और क्या न करें

गर्मियों में आयुर्वेदिक जीवनशैली: क्या करें और क्या न करें

1. गर्मियों में पाचन तंत्र का ध्यानगर्मियों के मौसम में हमारा पाचन तंत्र सामान्य दिनों की तुलना में थोड़ा कमजोर हो जाता है। आयुर्वेद के अनुसार इस समय हल्का, ठंडा…
ऋतुओं के अनुसार भोजन की परंपराएँ: आयुर्वेद की दृष्टि से

ऋतुओं के अनुसार भोजन की परंपराएँ: आयुर्वेद की दृष्टि से

1. ऋतुओं का भारतीय संदर्भ में महत्वभारत एक विशाल और विविधता से भरा देश है, जहां की जलवायु और भौगोलिक स्थिति के कारण अलग-अलग ऋतुएँ देखने को मिलती हैं। भारतीय…