तैलीय मालिश (अभ्यंग) से तनाव प्रबंधन: एक आयुर्वेदिक दृष्टिकोण

तैलीय मालिश (अभ्यंग) से तनाव प्रबंधन: एक आयुर्वेदिक दृष्टिकोण

1. अभ्यंग (तैलीय मालिश) का परिचयभारत में आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति सदियों से जीवन के हर पहलू को संतुलित करने पर बल देती है। इसी संदर्भ में, अभ्यंग या तैलीय मालिश…
धूप और अभ्यंग: भारतीय त्योहारों और रीति-रिवाजों में उनकी भूमिका

धूप और अभ्यंग: भारतीय त्योहारों और रीति-रिवाजों में उनकी भूमिका

धूप और अभ्यंग का अर्थ और ऐतिहासिक पृष्ठभूमिभारतीय संस्कृति में धूप (अग्नि या अगरबत्ती जलाना) और अभ्यंग (तेल मालिश) की एक गहरी सांस्कृतिक विरासत है। धूप का तात्पर्य है सुगंधित…
आयुर्वेद में तैलीय मालिश (अभ्यंग): वैज्ञानिक एवं स्वास्थ्य दृष्टिकोण

आयुर्वेद में तैलीय मालिश (अभ्यंग): वैज्ञानिक एवं स्वास्थ्य दृष्टिकोण

1. आयुर्वेद में अभ्यंग का परिचयभारतीय परंपरा में अभ्यंग (तेल मालिश) का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्वआयुर्वेद, भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है जिसमें शरीर, मन और आत्मा की समग्र देखभाल…
भारत में धूप का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व

भारत में धूप का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व

1. धूप: भारतीय सांस्कृतिक पहचान का अभिन्न हिस्साभारत में धूप यानी सूर्य की रौशनी, न केवल मौसम और जलवायु का हिस्सा है, बल्कि यह भारतीय जीवनशैली, परंपराओं और संस्कृति में…
आयुर्वेदिक धूप: प्रकार, लाभ और प्राचीन परंपराएँ

आयुर्वेदिक धूप: प्रकार, लाभ और प्राचीन परंपराएँ

1. आयुर्वेदिक धूप का ऐतिहासिक महत्वभारत में धूप जलाने की परंपरा वैदिक काल से चली आ रही है। यह केवल धार्मिक अनुष्ठानों या पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका…
धूप, तेल और अभ्यंग का आयुर्वेदिक महत्व: प्राचीन भारतीय दिनचर्या के रहस्य

धूप, तेल और अभ्यंग का आयुर्वेदिक महत्व: प्राचीन भारतीय दिनचर्या के रहस्य

1. आयुर्वेद में धूप का महत्वधूप क्या है?भारतीय परंपरा में "धूप" शब्द का अर्थ है प्राकृतिक सूर्य की किरणें या फिर विशेष सुगंधित धूप (इन्सेंस) जो पूजा, शुद्धि और वातावरण…