पित्त दोष असंतुलन: संकेत, कारण और संतुलन के उपाय

पित्त दोष असंतुलन: संकेत, कारण और संतुलन के उपाय

1. पित्त दोष क्या है?आयुर्वेद में पित्त दोष तीन प्रमुख दोषों में से एक है, जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने में अहम भूमिका निभाता है। पित्त…
भारत के विभिन्न क्षेत्रों में पंचकर्म की पारंपरिक विधियाँ

भारत के विभिन्न क्षेत्रों में पंचकर्म की पारंपरिक विधियाँ

1. पंचकर्म का अभिप्राय और महत्वभारत में आयुर्वेद चिकित्सा की समृद्ध परंपरा का एक महत्वपूर्ण अंग पंचकर्म है। पंचकर्म शब्द संस्कृत के दो शब्दों पंच (पाँच) और कर्म (क्रिया) से…
बच्चों और बुजुर्गों में पंचकर्म की भूमिका

बच्चों और बुजुर्गों में पंचकर्म की भूमिका

1. परिचय: पंचकर्म का महत्व और उद्देश्यभारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में पंचकर्म एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भारतीय समाज में सदियों से बना हुआ है।…
कफ दोष असंतुलन: पहचान, प्रभाव और सुधार के आयुर्वेदिक तरीके

कफ दोष असंतुलन: पहचान, प्रभाव और सुधार के आयुर्वेदिक तरीके

कफ दोष क्या है: आयुर्वेदिक परिप्रेक्ष्यभारतीय पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली, आयुर्वेद, मानव शरीर को तीन प्रमुख दोषों के आधार पर समझती है: वात, पित्त और कफ। इनमें से कफ दोष जीवन…
ग्रीष्म ऋतु में जल संतुलन और पाचन सुधारने के उपाय

ग्रीष्म ऋतु में जल संतुलन और पाचन सुधारने के उपाय

1. ग्रीष्म ऋतु का महत्त्व और शरीर पर प्रभावभारत में ग्रीष्म ऋतु (गर्मी का मौसम) मार्च से जून तक रहती है। इस दौरान तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे भी…
तैलीय मालिश (अभ्यंग) से तनाव प्रबंधन: एक आयुर्वेदिक दृष्टिकोण

तैलीय मालिश (अभ्यंग) से तनाव प्रबंधन: एक आयुर्वेदिक दृष्टिकोण

1. अभ्यंग (तैलीय मालिश) का परिचयभारत में आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति सदियों से जीवन के हर पहलू को संतुलित करने पर बल देती है। इसी संदर्भ में, अभ्यंग या तैलीय मालिश…
दिनचर्या और मानसिक स्वास्थ्य: आयुर्वेदिक दृष्टिकोण

दिनचर्या और मानसिक स्वास्थ्य: आयुर्वेदिक दृष्टिकोण

1. दिनचर्या का महत्त्व भारतीय सन्दर्भ मेंभारतीय संस्कृति में दिनचर्या, यानी रोज़मर्रा के जीवन की संरचित दिनचर्या, केवल एक व्यक्तिगत आदत नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज, परिवार और स्वास्थ्य…
आयुर्वेदिक मसाज तकनीकें और उनकी भूमिका गहरी नींद पाने में

आयुर्वेदिक मसाज तकनीकें और उनकी भूमिका गहरी नींद पाने में

1. आयुर्वेदिक मसाज का परिचय और सांस्कृतिक महत्वआयुर्वेदिक मसाज भारत की पारंपरिक चिकित्सा पद्धति का अभिन्न हिस्सा है। यह न केवल शरीर को स्वस्थ रखने के लिए, बल्कि मन और…
ध्यान और प्राणायाम: आयुर्वेदिक निद्रा विधियों की भारतीय परंपरा

ध्यान और प्राणायाम: आयुर्वेदिक निद्रा विधियों की भारतीय परंपरा

भारतीय संस्कृति में निद्रा का महत्वभारत की प्राचीन परंपराओं में निद्रा, यानी नींद, को केवल विश्राम का साधन नहीं माना गया है, बल्कि यह मानसिक और शारीरिक संतुलन बनाए रखने…
स्नान से संबंधित प्रमुख आयुर्वेदिक ग्रंथों की चर्चा

स्नान से संबंधित प्रमुख आयुर्वेदिक ग्रंथों की चर्चा

1. स्नान का आयुर्वेद में महत्वआयुर्वेद भारतीय संस्कृति की प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है, जिसमें स्नान को केवल शरीर की सफाई का माध्यम नहीं, बल्कि सम्पूर्ण स्वास्थ्य और संतुलन प्राप्त करने…