आयुर्वेदिक अभ्यंग बच्चों और वृद्धों के लिए: खास सुझाव

आयुर्वेदिक अभ्यंग बच्चों और वृद्धों के लिए: खास सुझाव

आयुर्वेदिक अभ्यंग का महत्व और परंपराभारत में आयुर्वेदिक अभ्यंग, जिसे पारंपरिक रूप से तेल मालिश कहा जाता है, बच्चों और वृद्धों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह केवल…
सुप्ति और आयुर्वेद: प्राचीन ग्रंथों में निद्रा के लिए बताए गए नियम

सुप्ति और आयुर्वेद: प्राचीन ग्रंथों में निद्रा के लिए बताए गए नियम

1. परिचय: निद्रा का आयुर्वेद में महत्वआयुर्वेद, भारत की प्राचीन चिकित्सा प्रणाली, जीवन के तीन प्रमुख स्तंभों में निद्रा को महत्वपूर्ण स्थान देता है। चरक संहिता और सुश्रुत संहिता जैसे…
आयुर्वेदिक दिनचर्या: बच्चों, युवाओं और वृद्धों के लिए विशेष उपाय

आयुर्वेदिक दिनचर्या: बच्चों, युवाओं और वृद्धों के लिए विशेष उपाय

1. आयुर्वेदिक दिनचर्या का महत्व भारतीय जीवनशैली मेंभारतीय संस्कृति में आयुर्वेद का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह केवल एक चिकित्सा पद्धति नहीं, बल्कि जीवन जीने की संपूर्ण विधि है। आयुर्वेद…
आधुनिक युग में पारंपरिक आयुर्वेदिक स्नान विधियों का समावेश

आधुनिक युग में पारंपरिक आयुर्वेदिक स्नान विधियों का समावेश

परिचय: आयुर्वेदिक स्नान की प्रासंगिकता आधुनिक जीवन मेंआधुनिक युग में जब शहरीकरण, प्रदूषण और व्यस्त जीवनशैली ने हमारे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालना शुरू कर दिया है, पारंपरिक भारतीय जीवनशैली…
वात, पित्त, कफ के अनुसार निद्रा और जीवनशैली प्रबंधन

वात, पित्त, कफ के अनुसार निद्रा और जीवनशैली प्रबंधन

1. आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से निद्रा का महत्वभारतीय आयुर्वेद में निद्रा को जीवन के तीन प्रमुख स्तंभों में से एक माना गया है, जो वात, पित्त और कफ – इन त्रिदोषों…
वसंत ऋतु में मानसिक स्वास्थ्य का संरक्षण: आयुर्वेदिक दृष्टिकोण

वसंत ऋतु में मानसिक स्वास्थ्य का संरक्षण: आयुर्वेदिक दृष्टिकोण

वसंत ऋतु और मानसिक स्वास्थ्य का संबंधभारत में वसंत ऋतु, जिसे बसंत भी कहा जाता है, जीवन में नई ऊर्जा और ताजगी का प्रतीक मानी जाती है। यह मौसम न…
योग और प्राणायाम: प्राचीन दिनचर्या में उनका स्थान और लाभ

योग और प्राणायाम: प्राचीन दिनचर्या में उनका स्थान और लाभ

1. योग और प्राणायाम का ऐतिहासिक महत्वप्राचीन भारतीय परंपरा में योग और प्राणायाम का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रहा है। यह केवल शारीरिक स्वास्थ्य या मानसिक शांति के लिए नहीं, बल्कि…
पित्त दोष असंतुलन: संकेत, कारण और संतुलन के उपाय

पित्त दोष असंतुलन: संकेत, कारण और संतुलन के उपाय

1. पित्त दोष क्या है?आयुर्वेद में पित्त दोष तीन प्रमुख दोषों में से एक है, जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने में अहम भूमिका निभाता है। पित्त…