त्रिफला मार्केट में उपलब्ध ब्रांड्स और शुद्धता की पहचान

त्रिफला मार्केट में उपलब्ध ब्रांड्स और शुद्धता की पहचान

विषय सूची

त्रिफला का परिचय और भारतीय संस्कृति में महत्व

त्रिफला क्या है?

त्रिफला आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में एक प्रसिद्ध हर्बल फॉर्मूला है, जिसका नाम संस्कृत शब्दों “त्रि” (तीन) और “फला” (फल) से लिया गया है। इसका अर्थ है तीन फलों का मिश्रण। ये तीन फल हैं: हरितकी (हरड़), विभीतकी (बहेड़ा), और आमलकी (आंवला)।

भारतीय संस्कृति में त्रिफला का स्थान

भारत में त्रिफला को स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। यह न केवल आयुर्वेदिक चिकित्सा का अहम हिस्सा है, बल्कि भारतीय घरेलू जीवन में भी इसका उपयोग किया जाता रहा है। पारंपरिक रूप से इसे पाचन, त्वचा की देखभाल, आंखों के स्वास्थ्य, और शरीर की सफाई के लिए इस्तेमाल किया जाता है। त्रिफला को “रसायन” यानी कायाकल्प करने वाले औषधि के रूप में भी जाना जाता है।

त्रिफला का इतिहास

त्रिफला का उल्लेख हजारों वर्षों पुराने आयुर्वेदिक ग्रंथों जैसे कि चरक संहिता और सुश्रुत संहिता में मिलता है। आयुर्वेदाचार्य त्रिफला को शरीर के तीन दोषों – वात, पित्त और कफ – को संतुलित करने वाली औषधि मानते हैं। प्राचीन काल से लेकर आज तक, त्रिफला का उपयोग भारत के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोकप्रिय रहा है।

आयुर्वेद में त्रिफला का उपयोग

उपयोग लाभ
पाचन सुधारना कब्ज दूर करना, आंतों की सफाई
त्वचा की देखभाल मुहांसों और दाग-धब्बों में लाभकारी
आंखों का स्वास्थ्य नेत्र ज्योति बढ़ाना, सूजन कम करना
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करना
डिटॉक्सिफिकेशन शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालना
पारंपरिक उपयोग की जानकारी

ग्रामीण भारत में त्रिफला को अक्सर चूर्ण (पाउडर), टैबलेट या काढ़ा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। लोग इसे रात को सोने से पहले गर्म पानी के साथ लेते हैं ताकि पाचन बेहतर रहे और शरीर स्वस्थ बना रहे। कई घरों में त्रिफला जल आंखों की धुलाई के लिए भी तैयार किया जाता है। बच्चों, बुजुर्गों और वयस्कों – सभी के लिए यह एक सुरक्षित और भरोसेमंद औषधि मानी जाती है।

2. भारतीय बाजार में उपलब्ध प्रमुख त्रिफला ब्रांड्स

भारतीय बाजार में त्रिफला एक बहुत ही लोकप्रिय आयुर्वेदिक औषधि है, जिसे कई विश्वसनीय ब्रांड्स द्वारा तैयार किया जाता है। अलग-अलग ब्रांड्स की त्रिफला क्वालिटी, शुद्धता और पैकेजिंग में अंतर हो सकता है। यहां हम भारत में उपलब्ध कुछ प्रमुख त्रिफला ब्रांड्स की सूची और उनकी खासियतों का वर्णन कर रहे हैं, ताकि आप सही उत्पाद का चयन कर सकें।

भारत में लोकप्रिय त्रिफला ब्रांड्स

ब्रांड नाम विशेषताएँ उपलब्धता कीमत (लगभग)
पतंजलि (Patanjali) 100% आयुर्वेदिक, GMP सर्टिफाइड, व्यापक रूप से उपलब्ध ऑफलाइन स्टोर्स, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स ₹60-₹120 (100g – 500g पैक)
डाबर (Dabur) विश्वसनीय ब्रांड, पारंपरिक फॉर्मूलेशन, गुणवत्ता नियंत्रण सभी प्रमुख दुकानों एवं ऑनलाइन ₹80-₹150 (100g – 250g पैक)
हिमालय (Himalaya) आधुनिक रिसर्च आधारित, टैबलेट फॉर्म भी उपलब्ध दवा दुकानें और ई-कॉमर्स साइट्स ₹130-₹250 (60 टैबलेट या 100g पाउडर)
बैद्यनाथ (Baidyanath) परंपरागत विधि से निर्मित, शुद्ध सामग्री का उपयोग आयुर्वेदिक स्टोर्स एवं ऑनलाइन मार्केटप्लेस ₹90-₹180 (100g – 250g पैक)
Zandu पुराने और भरोसेमंद ब्रांड्स में से एक, हर्बल अवयवों का मिश्रण ऑफलाइन एवं ऑनलाइन दोनों जगह उपलब्ध ₹100-₹200 (100g – 250g पैक)

प्रमुख त्रिफला ब्रांड्स की विशेषताएँ:

  • शुद्धता: अधिकांश प्रतिष्ठित ब्रांड्स अपने उत्पादों के लिए प्रमाणपत्र जैसे GMP या ISO प्रयोग करते हैं। इससे उत्पाद की गुणवत्ता और शुद्धता सुनिश्चित होती है।
  • पैकिंग व वैरायटी: त्रिफला पाउडर, टैबलेट और कैप्सूल के रूप में मिलती है। आप अपनी सुविधा अनुसार चुन सकते हैं।
  • उपयोग में आसान: डाबर और हिमालय जैसे ब्रांड टैबलेट फॉर्म भी उपलब्ध कराते हैं, जिससे उन्हें लेना आसान हो जाता है।
  • ऑनलाइन व ऑफलाइन उपलब्धता: पतंजलि और बैद्यनाथ के प्रोडक्ट्स किराना स्टोर्स से लेकर अमेजन/फ्लिपकार्ट तक हर जगह आसानी से मिल जाते हैं।
  • कीमत: कीमत आम तौर पर ब्रांड, पैकिंग और मात्रा के अनुसार बदलती रहती है; लेकिन अधिकतर ब्रांड्स बजट फ्रेंडली होते हैं।
खरीदारी करते समय ध्यान दें:
  • प्रमाणपत्र: हमेशा ऐसे ब्रांड चुनें जिनके पास GMP या अन्य गुणवत्ता प्रमाणपत्र हों।
  • Date of Manufacturing: लेटेस्ट मैन्युफैक्चरिंग डेट वाले उत्पाद लें ताकि ताजगी बनी रहे।
  • Packing Condition: पैकेजिंग सील्ड और बिना किसी नुकसान के होनी चाहिए।

इन सभी जानकारियों को ध्यान में रखकर आप अपनी जरूरत के हिसाब से सबसे उपयुक्त और शुद्ध त्रिफला चुन सकते हैं। भारत के बड़े-बड़े आयुर्वेदिक ब्रांड्स की वजह से आज अच्छी क्वालिटी का त्रिफला आपके लिए उपलब्ध है।

त्रिफला की शुद्धता कैसे पहचानें

3. त्रिफला की शुद्धता कैसे पहचानें

आजकल बाजार में बहुत सारे त्रिफला ब्रांड्स उपलब्ध हैं, लेकिन हर ब्रांड शुद्ध नहीं होता। असली और मिलावटी त्रिफला के बीच फर्क करना आम आदमी के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है। यहां हम आपको कुछ व्यावहारिक सुझाव और खास जांच संकेत बताएंगे, जिससे आप त्रिफला की शुद्धता की पहचान आसानी से कर सकें।

त्रिफला की शुद्धता जांचने के आसान तरीके

जांच संकेत शुद्ध त्रिफला मिलावटी त्रिफला
रंग हल्का भूरा से गहरा भूरा (तीनों फलों का मिश्रण) बहुत हल्का या एकदम गहरा, एक जैसा रंग
गंध तीखा, प्राकृतिक, हल्का फलदार खुशबू फीका, कृत्रिम या बिना गंध के
बनावट थोड़ा मोटा, रेशेदार, पाउडर में छोटे टुकड़े महसूस होंगे बहुत महीन पाउडर या एकदम चिकना, लंप्स हो सकते हैं
स्वाद कड़वा, कसैला, हल्की मिठास (तीनों फलों का संतुलन) बहुत कड़वा या एक ही स्वाद हावी होना
पानी में घुलना पानी डालने पर नीचे थोड़ा तलछट बचेगा, रंग हल्का भूरा होगा पूरी तरह घुल जाना या रंग बहुत अलग दिखना (पीला/लाल)
ब्रांड एवं पैकेजिंग अच्छी क्वालिटी ब्रांड, FSSAI मार्किंग और साफ लेबलिंग के साथ आता है लो-ग्रेड पैकेजिंग, अस्पष्ट जानकारी या कोई मार्किंग नहीं होती

लोकप्रिय ब्रांड्स की तुलना कैसे करें?

  • प्रसिद्ध आयुर्वेदिक कंपनियां: जैसे कि पतंजलि, डाबर, बैद्यनाथ – ये आम तौर पर गुणवत्ता पर ध्यान देती हैं। फिर भी ऊपर दिए गए जांच संकेतों का उपयोग करें।
  • स्थानीय दुकानदार: उनसे खरीदते समय हमेशा स्रोत और निर्माण तिथि पूछें। खुले पाउडर से बचें।

खास टिप्स:

  • थोड़ी मात्रा लेकर पानी में मिलाएं: अगर तलछट और रंग सही लगे तो त्रिफला संभवतः शुद्ध है।
  • गंध सूंघें: अगर त्रिफला में कोई अजीब या रासायनिक गंध हो तो वह मिलावटी हो सकता है।
याद रखें: सस्ता त्रिफला हमेशा अच्छा नहीं होता!

त्रिफला खरीदते वक्त ऊपर दिए गए संकेतों पर ध्यान दें और हमेशा विश्वसनीय दुकान या ऑनलाइन स्टोर से ही लें ताकि आपको असली और शुद्ध आयुर्वेदिक त्रिफला मिले। यह आपकी सेहत के लिए सबसे जरूरी है।

4. सरकारी मानक एवं प्रमाणपत्र

त्रिफला खरीदते समय उसकी शुद्धता और गुणवत्ता की पहचान करना बहुत जरूरी है। भारतीय बाजार में कई ब्रांड्स उपलब्ध हैं, लेकिन सभी की गुणवत्ता एक जैसी नहीं होती। इसलिए यह समझना जरूरी है कि कौन-कौन से सरकारी मानक और प्रमाणपत्र त्रिफला के लिए जरूरी हैं।

FSSAI प्रमाणपत्र क्या है?

FSSAI (Food Safety and Standards Authority of India) भारत सरकार का एक प्रमुख निकाय है, जो खाद्य पदार्थों की सुरक्षा और गुणवत्ता को नियंत्रित करता है। अगर किसी त्रिफला उत्पाद पर FSSAI का लोगो या लाइसेंस नंबर लिखा हो, तो इसका मतलब है कि वह उत्पाद सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार जांचा-परखा गया है।

अन्य महत्वपूर्ण सरकारी प्रमाणपत्र

प्रमाणपत्र उद्देश्य उपयोगिता
FSSAI खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता मानक सुनिश्चित करना हर पैकेज्ड त्रिफला पर अनिवार्य
ISO 22000 खाद्य सुरक्षा प्रबंधन सिस्टम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत, अतिरिक्त गुणवत्ता संकेतक
GMP (Good Manufacturing Practice) सुरक्षित और स्वच्छ उत्पादन प्रक्रिया विश्वसनीय निर्माण प्रक्रिया का संकेतक
AYUSH प्रमाणपत्र आयुर्वेदिक उत्पादों की शुद्धता एवं प्रभावशीलता की पुष्टि विशेषकर आयुर्वेदिक ब्रांड्स के लिए जरूरी
कैसे पहचानें असली प्रमाणपत्र?
  • पैकेजिंग पर स्पष्ट रूप से FSSAI लाइसेंस नंबर देखें। आप इसे FSSAI वेबसाइट पर भी जांच सकते हैं।
  • बड़े ब्रांड्स अक्सर ISO या GMP प्रमाणपत्र का लोगो भी दिखाते हैं। यह उनकी पारदर्शिता और गुणवत्ता नियंत्रण को दर्शाता है।
  • अगर त्रिफला आयुर्वेदिक फार्मूलेशन में है तो AYUSH मंत्रालय का रजिस्ट्रेशन नंबर या लोगो देखना चाहिए।
  • यदि कोई पैकेज बिना किसी सरकारी प्रमाणपत्र के बिक रहा हो, तो उसकी शुद्धता संदिग्ध मानी जा सकती है।

सरकारी मानकों और प्रमाणपत्रों की सही पहचान करने से आप नकली या मिलावटी त्रिफला खरीदने से बच सकते हैं। हमेशा वही ब्रांड्स चुनें जो इन आवश्यक प्रमाणपत्रों के साथ उपलब्ध हों, ताकि आपको स्वास्थ्य लाभ पूरी तरह मिल सके।

5. ग्राहकों के अनुभव एवं समीक्षाएं

भारतीय बाजार में त्रिफला ब्रांड्स पर ग्राहकों की राय

जब बात आती है त्रिफला खरीदने की, तो भारतीय ग्राहक अलग-अलग ब्रांड्स के उत्पादों को इस्तेमाल करने के बाद अपने अनुभव साझा करते हैं। ये समीक्षाएं नए खरीदारों के लिए सही चुनाव करने में मददगार साबित होती हैं। यहाँ हमने प्रमुख ब्रांड्स के बारे में ग्राहकों के आम अनुभव और बाज़ार में उनकी प्रतिष्ठा को सरल भाषा में समझाया है।

लोकप्रिय त्रिफला ब्रांड्स और उनकी छवि

ब्रांड नाम ग्राहक अनुभव शुद्धता की प्रतिष्ठा कीमत (लगभग)
पातंजलि सुलभ उपलब्धता, पारंपरिक स्वाद, कुछ लोगों ने हल्की गंध की शिकायत की अच्छी, लेकिन कभी-कभी मिलावट की रिपोर्ट ₹80-₹120/100g
Dabur विश्वसनीय, नियमित उपयोगकर्ताओं द्वारा पसंद किया गया अधिकतर शुद्ध, अच्छी पैकेजिंग ₹90-₹140/100g
Baidyanath प्रभावी परिणाम, कई पुराने ग्राहक संतुष्ट बाजार में अच्छी प्रतिष्ठा ₹100-₹150/100g
Zandu मध्यम स्वाद, जल्दी असर दिखाता है विश्वसनीय, लेबलिंग स्पष्ट है ₹110-₹160/100g
Organic India शुद्धता पर भरोसा, ऑर्गेनिक विकल्प चाहने वालों के बीच लोकप्रिय बहुत उच्च, प्रमाणित ऑर्गेनिक उत्पाद ₹180-₹250/100g

ग्राहकों की आम समस्याएँ और सुझाव

  • शुद्धता: कई ग्राहक शुद्धता को लेकर सजग रहते हैं। वे ऐसे ब्रांड चुनते हैं जिनके पास प्रमाणपत्र या लैब टेस्ट रिपोर्ट हो। बिना प्रमाणपत्र वाले उत्पादों से बचने की सलाह दी जाती है।
  • स्वाद और गंध: कभी-कभी त्रिफला का स्वाद या गंध ग्राहकों को परेशान कर सकता है। कुछ लोग इसे दूध या शहद के साथ लेना पसंद करते हैं।
  • कीमत: सस्ती कीमत वाले त्रिफला उत्पादों में मिलावट की संभावना अधिक बताई जाती है। ग्राहक अक्सर संतुलित कीमत और गुणवत्ता वाली कंपनियों पर भरोसा करते हैं।
  • ऑनलाइन बनाम ऑफलाइन: ऑनलाइन खरीदी गई त्रिफला पर ग्राहकों ने कभी-कभी डुप्लीकेट प्रोडक्ट मिलने की शिकायत भी की है, इसलिए विश्वसनीय वेबसाइट या फार्मेसी से ही खरीदना बेहतर माना जाता है।
ग्राहकों द्वारा सुझाए गए टिप्स:
  • पैकेजिंग जांचें: हमेशा सीलबंद और एक्सपायरी डेट देख लें।
  • ब्रांड रिव्यू पढ़ें: अमेज़न, फ्लिपकार्ट या स्थानीय फोरम्स पर रेटिंग्स जरूर देखें।
  • रिटर्न पॉलिसी: जहां संभव हो, रिटर्न या एक्सचेंज पॉलिसी वाली दुकान से खरीदें।
  • स्थानीय दुकानों से पूछताछ करें: दुकानदारों से सबसे ज्यादा बिकने वाले ब्रांड्स के बारे में जानकारी लें।
  • फर्स्ट-टाइम यूजर सावधानी बरतें: छोटे पैक से शुरुआत करें और शरीर की प्रतिक्रिया देखें।

इन उपभोक्ता अनुभवों और समीक्षाओं का विश्लेषण करने से यह स्पष्ट होता है कि त्रिफला खरीदते समय ग्राहकों को शुद्धता, ब्रांड प्रतिष्ठा और व्यक्तिगत अनुभवों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। स्थानीय भारतीय बाजार में सही चुनाव करना आसान नहीं, लेकिन उपभोक्ताओं के साझा किए गए अनुभव नई खरीदारी के लिए मार्गदर्शक बन सकते हैं।

6. त्रिफला खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें

भारतीय बाजार में त्रिफला के कई ब्रांड्स उपलब्ध हैं, लेकिन सही और शुद्ध त्रिफला चुनना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। अगर आप पहली बार त्रिफला खरीद रहे हैं या सबसे अच्छा ब्रांड चुनना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए मुख्य बिंदुओं पर ज़रूर ध्यान दें:

गुणवत्ता (Quality)

  • स्रोत की जानकारी: देखिए कि ब्रांड अपने उत्पाद के लिए कहां से जड़ी-बूटियाँ लेता है। ऑर्गेनिक और प्राकृतिक स्रोत सबसे अच्छे माने जाते हैं।
  • प्रोसेसिंग विधि: आयुर्वेदिक तरीके से तैयार किया गया त्रिफला अधिक प्रभावी होता है।

मूल्य (Price)

  • सस्ता vs महंगा: बहुत सस्ता त्रिफला प्रायः अशुद्ध या मिलावटी हो सकता है। न तो बहुत महंगा खरीदें और न ही बहुत सस्ता।
  • मूल्य तुलना: अलग-अलग ब्रांड्स के दाम तुलना करें और अपने बजट व गुणवत्ता दोनों का ध्यान रखें।

पैकेजिंग (Packaging)

  • एयरटाइट पैकिंग: त्रिफला पाउडर या टैबलेट्स एयरटाइट कंटेनर में होनी चाहिए ताकि नमी से बचाव हो सके।
  • मैन्युफैक्चरिंग डेट: पैकेजिंग पर मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट जरूर देखें।

लेबल पर ध्यान दें (Check the Label)

  • सामग्री सूची: लेबल पर तीनों घटक – हरड़, बहेड़ा, आंवला सही मात्रा में लिखे हों।
  • एफएसएसएआई लाइसेंस: भारतीय बाजार के हिसाब से एफएसएसएआई अप्रूव्ड ब्रांड ही लें।
  • निर्माता का नाम और पता: भरोसेमंद कंपनी का नाम और पता स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए।

ब्रांड्स की तुलना तालिका (Brands Comparison Table)

ब्रांड नाम गुणवत्ता कीमत (100gm) पैकेजिंग एफएसएसएआई प्रमाणन
Dabur Triphala Churna A+ ₹80-100 Airtight Jar हाँ
Patanjali Triphala Churna A ₹60-80 Pouch/Box हाँ
Baidyanath Triphala Tablets A+ ₹120-150 (60 Tablets) Bottle Pack हाँ
Zandu Triphala Tablets A ₹100-130 (60 Tablets) Bottle Pack हाँ
Ayush Triphala Powder (Organic) A++ (Organic) ₹140-170 Airtight Pouch/Jar हाँ
लोकप्रिय भारतीय शब्दावली एवं टिप्स:
  • “शुद्ध” या “ऑर्गेनिक” शब्द पैकेट पर देखें।
  • “चूर्ण” पाउडर फॉर्म को कहते हैं, “टेबलेट” टैबलेट्स के लिए प्रयुक्त होता है।
  • “हरड़”, “बहेड़ा”, “आंवला” — ये तीनों घटक अवश्य होने चाहिए।

इन मुख्य बातों का ध्यान रखते हुए आप अपने लिए सबसे उपयुक्त और शुद्ध त्रिफला आसानी से चुन सकते हैं। यह जानकारी आपको मार्केट में उपलब्ध विभिन्न ब्रांड्स की शुद्धता पहचानने में मदद करेगी।

7. सामान्य गलतफहमियाँ और उनके समाधान

त्रिफला एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि है, जो भारत में कई ब्रांड्स के तहत बाजार में उपलब्ध है। हालांकि, त्रिफला को लेकर लोगों के बीच कई प्रकार की गलतफहमियाँ (मिथक) प्रचलित हैं। यहां हम त्रिफला से जुड़ी आम मिथकों की चर्चा करेंगे और उनका यथार्थवादी विश्लेषण प्रस्तुत करेंगे, जिससे आप शुद्धता की पहचान कर सकें और सही ब्रांड का चुनाव कर पाएं।

त्रिफला के बारे में आम मिथक और हकीकत

मिथक हकीकत
सभी ब्रांड्स की त्रिफला गुणवत्ता में समान होती है। हर ब्रांड अपने निर्माण प्रक्रिया, स्रोत, और मिश्रण अनुपात में भिन्नता रखता है। प्रमाणित एवं ट्रस्टेड ब्रांड्स चुनना जरूरी है।
त्रिफला केवल पाचन के लिए उपयोगी है। त्रिफला डिटॉक्स, प्रतिरक्षा, त्वचा स्वास्थ्य, और आंखों की रोशनी जैसे कई फायदे देता है।
त्रिफला जितना पुराना हो उतना अच्छा होता है। अत्यधिक पुरानी त्रिफला अपनी शक्ति खो सकती है। ताजा या हाल ही में पैक्ड त्रिफला ज्यादा असरदार रहती है।
केवल हर्बल या आयुर्वेदिक लिखा होना ही शुद्धता की गारंटी है। शुद्धता की पहचान के लिए हमेशा लाइसेंस नंबर, प्रमाणपत्र (जैसे GMP, ISO), और सामग्री सूची देखनी चाहिए।
महंगे ब्रांड्स ही अच्छे होते हैं। कीमत जरूरी नहीं कि गुणवत्ता का पैमाना हो; स्थानीय प्रतिष्ठित ब्रांड्स भी उच्च गुणवत्ता प्रदान करते हैं।

ब्रांड चयन के दौरान ध्यान देने योग्य बातें

  • स्रोत: सुनिश्चित करें कि उत्पाद विश्वसनीय स्रोत से प्राप्त किया गया हो। लोकल मार्केट में अक्सर नकली या मिलावटी त्रिफला भी बिकती है।
  • पैकेजिंग: अच्छी क्वालिटी का पैकिंग नमी और प्रदूषण से बचाव करती है। खुली हुई या फटी पैकिंग वाले उत्पाद न लें।
  • लेबलिंग: उत्पाद पर उत्पादक कंपनी का नाम, निर्माण तिथि, एक्सपायरी डेट और बैच नंबर जरूर देखें। इससे शुद्धता की पुष्टि होती है।
  • प्रमाणन: FSSAI, GMP, ISO जैसे प्रमाण पत्र देखना न भूलें। यह उत्पाद की गुणवत्ता का संकेत देते हैं।
  • समीक्षाएँ: ऑनलाइन रिव्यूज़ पढ़ें या जानकार लोगों से सलाह लें ताकि आपको सही जानकारी मिल सके।

त्रिफला खरीदते समय पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

  • क्या हर पैकेट की त्रिफला एक जैसी होती है?
    नहीं, अलग-अलग ब्रांड्स के मिश्रण अनुपात व गुणवत्ता में अंतर हो सकता है। प्रमाणित ब्रांड्स चुनें।
  • क्या सिर्फ ऑनलाइन खरीदी गई त्रिफला बेहतर होती है?
    ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जगह अच्छी क्वालिटी मिल सकती है; बस शुद्धता और प्रमाणन जांचना जरूरी है।
  • क्या त्रिफला का रंग/स्वाद बदल जाना खराब होने का संकेत है?
    यदि रंग या स्वाद में स्पष्ट बदलाव दिखे तो उसे उपयोग ना करें; खराब हो सकती है। ताजगी बरकरार रखने के लिए सीलबंद डिब्बा रखें।
संक्षिप्त सुझाव:
  • ब्रांड्स का चयन करते समय उनकी पारदर्शिता एवं उपभोक्ता अनुभवों पर ध्यान दें।
  • प्राकृतिक रूप से तैयार व प्रमाणित उत्पाद लें ताकि वास्तविक लाभ मिले और कोई साइड इफेक्ट ना हो।
  • समझदारी से खरीदारी करें तथा किसी भी भ्रम या मिथक में न आएं—जानकारी जुटाना सबसे महत्वपूर्ण कदम है!