60+ उम्र के व्यक्तियों के लिए संतुलित आहार कैसे तैयार करें

60+ उम्र के व्यक्तियों के लिए संतुलित आहार कैसे तैयार करें

1. वरिष्ठ नागरिकों की पोषण संबंधी ज़रूरतें60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के शरीर में कई तरह के परिवर्तन होते हैं, जिससे उनकी पोषण संबंधी आवश्यकताएँ भी बदल जाती…
वृद्धावस्था में पोषक तत्वों की प्राथमिकताएँ और उनकी महत्ता

वृद्धावस्था में पोषक तत्वों की प्राथमिकताएँ और उनकी महत्ता

1. वृद्धावस्था में संतुलित आहार का महत्वभारतीय संस्कृति और वृद्धावस्थाभारत में परिवार और समाज में बुजुर्गों को विशेष मान्यता दी जाती है। उम्र बढ़ने के साथ, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य…
आयु के अनुसार आहार: वृद्धजनों के लिए भारतीय पारंपरिक खाद्य विकल्प

आयु के अनुसार आहार: वृद्धजनों के लिए भारतीय पारंपरिक खाद्य विकल्प

आयुर्वेद के अनुसार वृद्धजनों की पोषण आवश्यकताएँभारतीय संस्कृति में वृद्धजनों का विशेष स्थान है और आयुर्वेद में उनकी देखभाल के लिए विशेष सुझाव दिए गए हैं। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है,…
अर्थराइटिस और जॉइंट पेन का उपचार: भारतीय घरेलू नुस्खे एवं फिजिकल थेरेपी

अर्थराइटिस और जॉइंट पेन का उपचार: भारतीय घरेलू नुस्खे एवं फिजिकल थेरेपी

गठिया (अर्थराइटिस) और जोड़ों के दर्द की समझअर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द क्या हैं?गठिया, जिसे अंग्रेजी में Arthritis कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के जोड़ों में…
हृदय रोग की रोकथाम: भारतीय खानपान व योग के ज़रिए स्वस्थ दिल

हृदय रोग की रोकथाम: भारतीय खानपान व योग के ज़रिए स्वस्थ दिल

1. हृदय रोग: भारतीय संदर्भ में संक्षिप्त परिचयभारत में हृदय रोग की बढ़ती समस्याआज के समय में हृदय रोग भारत में एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन गया है। शहरी और…
प्रौढ़ावस्था में डायबिटीज़ का प्रबंधन: भारतीय जीवनशैली और आयुर्वेदिक उपाय

प्रौढ़ावस्था में डायबिटीज़ का प्रबंधन: भारतीय जीवनशैली और आयुर्वेदिक उपाय

1. प्रौढ़ावस्था में डायबिटीज़: एक भारतीय परिप्रेक्ष्यभारत में जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे डायबिटीज़ (मधुमेह) की समस्या भी आम होती जा रही है। खासकर प्रौढ़ावस्था यानी 45 वर्ष के बाद,…
गर्भावस्था में योग और प्राणायाम: भारतीय पारंपरिक विधियाँ

गर्भावस्था में योग और प्राणायाम: भारतीय पारंपरिक विधियाँ

1. भारतीय संदर्भ में गर्भावस्था का महत्वभारतीय संस्कृति में गर्भावस्था को जीवन का पवित्र चरण माना जाता है, जिसमें नारी के शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक विकास पर बल दिया जाता…
गर्भावस्था में भावनात्मक स्वास्थ्य का प्रबंधन: आयुर्वेद के सुझाव

गर्भावस्था में भावनात्मक स्वास्थ्य का प्रबंधन: आयुर्वेद के सुझाव

1. गर्भावस्था में भावनात्मक उतार-चढ़ाव: सामान्य अनुभव और भारतीय संदर्भगर्भावस्था के दौरान महिलाओं की भावनाओं में होने वाले बदलावगर्भावस्था के समय महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव…
गर्भवती महिलाओं के लिए स्वस्थ आहार: आयुर्वेदिक दृष्टिकोण

गर्भवती महिलाओं के लिए स्वस्थ आहार: आयुर्वेदिक दृष्टिकोण

1. गर्भावस्था में आयुर्वेद का महत्वभारतीय संस्कृति में गर्भावस्था और आयुर्वेदभारत में गर्भावस्था को एक पवित्र और महत्वपूर्ण समय माना जाता है। भारतीय परंपराओं के अनुसार, इस समय स्त्री के…
पोषण और आहार: किशोरों की संतुलित दिनचर्या में पौष्टिक भोजन की भूमिका

पोषण और आहार: किशोरों की संतुलित दिनचर्या में पौष्टिक भोजन की भूमिका

1. किशोरावस्था में पोषण का महत्वकिशोरावस्था, यानी टीनएज का समय, बच्चों के जीवन का एक महत्वपूर्ण चरण होता है। इस दौरान शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से तेजी से बदलाव…